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सेमल के फायदे और नुकसान – Semal (Bombax Ceiba) Ke Fayde Aur Nuksan in Hindi
सेमल के फायदे और नुकसान – Semal (Bombax Ceiba) Ke Fayde Aur Nuksan in Hindi
सेमल के फायदे और नुकसान जानने की आपको आवश्यकता क्या है। यदि आपके मन में ऐसा कोई प्रश्न उठ रहा हो तो यह जानलें कि सेमल को मूक डॉक्टर भी कहा जाता है। यह एक आयुर्वेदिक वृक्ष है जिसके सभी भाग जैसे फूल, फल, पत्तियां जड़ और छाल आदि का उपयोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। आयुर्वेद में इसे यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, अस्थमा, खून की कमी, दस्त जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए उपयोग किया जाता है। आइए जानते हैं सेमल के फायदे और नुकसान से संबंधित सेमल के पेड़, सेमल के गुण, सेमल के पोषक तत्व (Nutrients) और सेमल से होने वाले नुकसानों के बारे में।
1. सेमल का पेड़ – Semal Ka Ped in Hindi
2. सेमल के पोषक तत्व – Semal Ke Poshak Tatva in Hindi
3. सेमल के फायदे – Semal Ke Fayde in Hindi
मूत्रवर्धक के रूप में सेमल की मूसली के फायदे – Semal root’s benefits for Diuretic in Hindi
सेमल की गोंद के फायदे पेचिस के लिए – Semal gum benefits for Dysentery in Hindi
वीर्य समस्याओं के लिए सेमल की जड़ के फायदे – Semal Root For Semen Problems in Hindi
मोचरस के गुण खून को साफ करे – Semal Leaves For Blood Purification in Hindi
सेमल की जड़ मासिक धर्म के लिए उपयोगी – Semal Ki Jad Masik Dharm Ke Liye Upyogi in Hindi
सेमल की छाल का उपयोग मुंहासों के लिए लाभकारी – Semal Ki Chaal Muhase Ke Liye Labhkari in Hindi
दुर्बलता को दूर करने में सेमल के फूल के फायदे – Semal Flower For Weakness in Hindi
सेमल जड़ की छाल का उपयोग मां का दूध बढ़ाए – Semal Root Bark For Improve Breast Milk in Hindi
सर्दी जुकाम के लिए फायदेमंद सेमल की जड़ – Semal Root For Cold And Cough in Hindi
सेमल की रूई के फायदे – Semal Ki Rui Ke Fadye in Hindi
4. सेमल के नुकसान – Semal ke Nuksan in Hindi
सेमल का पेड़ – Semal Ka Ped in Hindi
सेमल का पेड़ – Semal Ka Ped in Hindi
आप सेमल पेड़ के बारे में थोड़ा बहुत तो जानते ही होगें, क्योंकि यह भारत में एक सामान्य रूप से मिलने वाला औषधीय पेड़ है। सिल्क कॉटन वाला यह पेड़ ऊंचाई में बढ़ने वाला पर्णपाती पेड़ है जिसकी लंबाई 20-25 मीटर तक हो सकती है। यह पेड़ सीधा और बोतल की तरह बेलनाकार होता है। वयस्क सेमल पेड़ के तने का व्यास लगभग 80 सेमी होता है। इस पेड़ की शाखाएं अधिकतर पेड़ के ऊपरी हिस्से में होती है तथा तना लगभग शाखाओं से मुक्त रहता है। इसकी पत्तियां 6-7 के समूह में होती है। इस पेड़ के फूलों का रंग लाल होता है, जिनसे सेमल के फलों का विकास शुरु होता है। इसके फलों का रंग प्रारंभ में हरा होता है जो कि परिपक्य होने पर भूरे काले रंग के हो जाते हैं। इन फलों से ही सिल्क कॉटन (Silk cotton) प्राप्त होता है।
सेमल के पोषक तत्व – Semal Ke Poshak Tatva in Hindi
सेमल के पोषक तत्व – Semal Ke Poshak Tatva in Hindi
यदि हम आपको सेमल के फायदे के बारे में बता रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि सेमल में ऐसे पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा मौजूद है जो कि आपको विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ दिलाने में मदद करते हैं। अध्ययनों के दौरान पता चलता है कि सेमल के पेड़ और इसके सभी भागों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, लिपिड, विटामिन ए और विटामिन सी अच्छी मात्रा में मौजूद रहते हैं। सेमल के विभिन्न प्रकार के खनिज पदार्थ और एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) भी होते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। आइए जाने सेमल के फायदे क्या है।
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सेमल के फायदे – Semal Ke Fayde in Hindi
सेमल के फायदे – Semal Ke Fayde in Hindi
आप स्वास्थ्य से संबंधित कई समस्याओं (Health problems) का समाधान करने के लिए सेमल पेड़ का उपयोग आयुर्वेद के नियमों के अनुसार कर सकते हैं। यह एक बहुउद्देशीय पेड़ है यह मुख्य रूप से अपने उपयोगी फाइबर (Fiber), खाने योग्य फूलो और इस पेड़ के अन्य भागों का उपयोग किया जाता है। इस पेड़ को लोग अक्सर अपने घरों के बाहर घरों की सुंदरता बढ़ाने के लिए करते हैं। सेमल पेड़ के उत्पादों का उपयोग कर विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं जो कि इस प्रकार हैं :
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मूत्रवर्धक के रूप में सेमल की मूसली के फायदे – Semal root’s benefits for Diuretic in Hindi
यदि आपको मूत्र से संबंधित किसी प्रकार समस्या है तो आप सेमल की जड़ों का उपयोग कर सकते हैं। यह आपकी मूत्र से संबंधित समस्याओं को दूर करने का सबसे प्रभावी और आयुर्वेदिक उपचार हो सकता है। सेमल की युवा जड़ें आपके लिए टॉनिक का काम करती हैं। सेमल की जड़ों का उपयोग कर आप कोलेरा, क्षय रोग संबंधी फोड़े (tubercular fistula), मूत्र से संबंधी परेशानियां, रात का मैलापन (nocturnal pollution), पेट दर्द आदि समस्याओं का उपचार कर सकते हैं। इस प्रकार आप सेमल की जड़ों का उपयोग कर विभिन्न प्रकार की समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
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सेमल की गोंद के फायदे पेचिस के लिए – Semal gum benefits for Dysentery in Hindi
सेमल की गोंद के फायदे पेचिस के लिए – Semal gum benefits for Dysentery in Hindi
अपने बांधने वाले गुणों (astringent) के कारण यह हमारे पेट से संबंधित समस्याओं का निवारण करने में हमारी बेहद मदद करता है। सेमल की गोंद में शांति दिलाने वाले और एक टॉनिक के सभी गुण मौजूद रहते हैं। इसका उपयोग आप पेचिस (Dysentery) का उपचार करने के लिए कर सकते हैं। फुफ्फुसीय तपेदिक में हेमोप्टाइसि , इन्फ्लूएंजा और मेनोर्रैगिया (menorrhagia) आदि के उपचार में भी सेमल गोंद का उपयोग किया जाता है।
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वीर्य समस्याओं के लिए सेमल की जड़ के फायदे – Semal Root For Semen Problems in Hindi
यदि आपको स्वप्नदोष (Nocturnal emission) और वीर्य से संबंधित समस्याएं हैं तो आप सेमल की जड़ों को अन्य जड़ी बूटीयों जैसे कि विदारीकंद, शतावरी और मिश्री को मिलाकर दूध के साथ प्रतिदिन दो बार सेवन करें। यह आपकी स्वप्नदोष और वीर्य (emission and semen) से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।
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मोचरस के गुण खून को साफ करे – Semal Leaves For Blood Purification in Hindi
मोचरस के गुण खून को साफ करे – Semal Leaves For Blood Purification in Hindi
आपके शरीर में अधिकांश चर्मरोग खून में उपस्थित अशुद्धियों के कारण होते हैं। यदि आप इन समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं तो सेमल की पत्तियों का फायदेमंद उपयोग कर सकते हैं। सेमल की ताजी पत्तियां (Fresh leaves) तोड़ें और इन्हें पानी के साथ पीस लें। इस पिसे हुए पेस्ट में एक गिलास पानी मिलाकर इसे कपड़े से छान लें और फिर इसका सेवन करें। यह आपके रक्त को साफ करने (Purifying blood) में मदद करता है।
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सेमल की जड़ मासिक धर्म के लिए उपयोगी – Semal Ki Jad Masik Dharm Ke Liye Upyogi in Hindi
सेमल की जड़ मासिक धर्म के लिए उपयोगी – Semal Ki Jad Masik Dharm Ke Liye Upyogi in Hindi
उन महिलाओं के लिए सेमल की जड़ एक औषधी का काम करती है जो कि मासिक धर्म (Menstrual) के समय अतिरिक्त स्राव से परेशान हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए सेमल की जड़ को सुखाकर पाउडर बना लें और इसकी 100 ग्राम मात्रा में मुलेठी पाउडर 50 ग्राम और स्वार गेरू (swarn geru) की 25 ग्राम मात्रा मिलाएं। इस मिश्रण को प्रतिदिन पानी के साथ दिन में दो बार सेवन करें। यह महिलाओं में भारी स्राव (More secretion) को रोकने में मदद करता है।
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सेमल की छाल का उपयोग मुंहासों के लिए लाभकारी – Semal Ki Chaal Muhase Ke Liye Labhkari in Hindi
सेमल की छाल का उपयोग मुंहासों के लिए लाभकारी – Semal Ki Chaal Muhase Ke Liye Labhkari in Hindi
आप अपने चेहरे की खूबसूरती को बनाएं रखने और चेहरे के मुंहासों और त्वचा दोष को ठीक करने के लिए सेमल की छाल का उपयोग कर सकते हैं। आप सेमल पेड़ के तने से कांटेदार भाग को निकालें और इसका पेस्ट तैयार करें। सेमल की छाल का पेस्ट तैयार होने के बाद आप इसका उपयोग प्रभावित क्षेत्र में करें। यह फोड़े और मुंहासों का उपचार करने के साथ-साथ त्वचा की जलन का भी उपचार करता है। यदि नियमित रूप से इस छाल का उपयोग चेहरे की त्वचा पर किया जाता है तो यह मुंहासों के दाग और चेहरे की झाई (freckles) आदि को भी कम कर सकता है।
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दुर्बलता को दूर करने में सेमल के फूल के फायदे – Semal Flower For Weakness in Hindi
यदि आपको शारीरिक दुर्बलता है तो आपके लिए सेमल के फूल किसी टॉनिक से कम नहीं है। आप इसके फूलों के डंठल वाले भाग जो कि हरे होते हैं उन्हें लें और छांव में सुखा लें। सूखे हुए इन फूलों को पीसकर पाउडर बना लें। 1 गिलास दूध में 2 बड़े चम्मच शहद, 1 बड़ा चम्मच देसी घी और 1 छोटा चम्मच सेमल फूल को मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें। यह आपके शरीर की कमजोरी (Weakness) को दूर करने में मदद करता है।
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सेमल जड़ की छाल का उपयोग मां का दूध बढ़ाए – Semal Root Bark For Improve Breast Milk in Hindi
स्तनपान कराने वाली माताओं को अतिरिक्त पोषण की आवश्यकता होती है, यदि उन्हें पर्याप्त पोषण प्राप्त नहीं होता है तो इसके फलस्वरूप उनकी दूध उत्पादन की क्षमता में कमी हो सकती है जो कि बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। लेकिन महिलाओं की दूध उत्पादन की क्षमता को बढ़ाने के लिए सेमल जड़ की छाल का उपयोग किया जा सकता है। आप इसकी जड़ों की छाल को निकाल लें और छांव में सुखाने के बाद इसे पीस कर पाउडर बना लें। महिलाएं इस पाउडर को पानी या दूध के साथ दिन में दो बार सेवन करें। यह महिलाओं के दूध उत्पादन की क्षमता को बढ़ा सकता है।
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सर्दी जुकाम के लिए फायदेमंद सेमल की जड़ – Semal Root For Cold And Cough in Hindi
काली मिर्च (Black pepper) और अदरक पाउडर (ginger powder) में सेमल जड़ का पाउडर मिलाकर सेवन करने से आप सर्दी जुकाम से छुटकारा पा सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप इस मिश्रण में सेमल की जड़ के पाउडर का उपयोग कम मात्रा में करें यदि अधिक मात्रा में इसका उपयोग करते हैं तो इससे आपको नुकसान भी हो सकता है।
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सेमल की रूई के फायदे – Semal Ki Rui Ke Fadye in Hindi
आप इस चमत्कारिक पेड़ से प्राप्त होने वाली रूई से तो परिचित ही होगें। हालांकि इस रूई के कोई विशेष स्वास्थ्य लाभ नहीं हैं फिर भी आप इस रूई का उपयोग तकिए, कुशन या सोफा के गद्दे बनाने के लिए कर सकते हैं। लेकिन आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि सेमल की रूई प्रकृति में ठंडी होती है इसलिए सर्दी के मौसम (Winter season) में इस रूई से बने तकिये का उपयोग रात में सोते समय नहीं करना चाहिए। यह आपके लिए जुकाम का खतरा बढ़ा सकता है।
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सेमल के नुकसान – Semal ke Nuksan in Hindi
यह एक आयुर्वेदिक पेड़ जिसका कई प्रकार से उपयोग किया जाता है। यदि इसके सेवन की बात की जाए तो इसके उत्पादों जैसे पत्ति, फल, फूल, जड़ और छाल आदि का सेवन करना फायदेमंद होता है। लेकिन यदि इनका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो कुछ विशेष प्रकार की समस्याएं पैदा कर सकता है। सेमल का अधिक मात्रा में उपभोग करने से होने वाले नुकसान इस प्रकार हैं :
आप अधिक मात्रा में सेमल की जड़ के पाउडर का सेवन करते हैं तो यह आपकी यौन क्षमता (Sexual ability) को कम कर सकता है।
आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट (Electrolyte) असंतुलन हो सकता है।
इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन आपकी चयापचय प्रणाली (Metabolic system) के कार्य को प्रभावित कर सकता है।
एलर्जी (Allergies) वाले लोगों को सेमल के उत्पादों का सेवन करने से बचना चाहिए।
यदि आप किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करते हैं तो, सेमल का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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